आय ने अमीर लोगों का आराम कैसे बदल देता है ?
वसूली अमीर लोगों के अंतर्गत में आता है I वे जव लगानी गरते हें उनका आय बढ्ता है यानी पैसा पैसा को खिच्ता है I जो अमिर है उसका पास पैसा ज्यादा होता है वोही पैसे लगानी कर जाता है फिर लगानी से ही और पैसे आजातें है I गरिब लोगों के पास पैसा नही होता व लगानी भी कैसे गरेका फिर जब लगानी नही गरता तो पैसे कैसे आएगा उसका आय कैसे बढेगा I गरिब जव भी अमिर को देख्ता है सोच्ता कि यह आदमी बहुत कन्जुस है क्युं है, इतना पैसा होते हुए भी हमे नही देता आदि इत्यादि I
गरिब लोगों यह नही सोचते कि इस्का इसने लगानी किया है I गरिब भी अमिर बन सक्ता है मगर वे कोशिस नही करते यहि गरिबका कमजोरीपन है I वे सोच्तें हें कि लगानी करने से घाटा हो जाएगा, नोक्सान होजायेगा सायद दुकान बन्द करना पडेगा जो अमिर नही सोचते हें यसी बातें I लगानी कैसे किया जाएगा यह भी इस ब्लग मे सिकाया जाएगा पढ़ते रहिये I
वसूली अमीर लोगों के अंतर्गत में आता है I वे जव लगानी गरते हें उनका आय बढ्ता है यानी पैसा पैसा को खिच्ता है I जो अमिर है उसका पास पैसा ज्यादा होता है वोही पैसे लगानी कर जाता है फिर लगानी से ही और पैसे आजातें है I गरिब लोगों के पास पैसा नही होता व लगानी भी कैसे गरेका फिर जब लगानी नही गरता तो पैसे कैसे आएगा उसका आय कैसे बढेगा I गरिब जव भी अमिर को देख्ता है सोच्ता कि यह आदमी बहुत कन्जुस है क्युं है, इतना पैसा होते हुए भी हमे नही देता आदि इत्यादि I
गरिब लोगों यह नही सोचते कि इस्का इसने लगानी किया है I गरिब भी अमिर बन सक्ता है मगर वे कोशिस नही करते यहि गरिबका कमजोरीपन है I वे सोच्तें हें कि लगानी करने से घाटा हो जाएगा, नोक्सान होजायेगा सायद दुकान बन्द करना पडेगा जो अमिर नही सोचते हें यसी बातें I लगानी कैसे किया जाएगा यह भी इस ब्लग मे सिकाया जाएगा पढ़ते रहिये I
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